बुधवार, 16 अप्रैल 2014

जुम्मन की स्त्री

आज युग
विज्ञान और प्रोद्योगिकी में
बहुत आगे बढ़ गया है

अन्तरिक्ष में स्टेशन बन गए है
जहाँ वैज्ञानिक अन्य ग्रहों पर
जीवन  की खोज कर रहे हैं

इंटरनेट और मोबाइल ने
दूर संचार के क्षेत्र में क्रांति ला दी है
पूरी दुनिया एक साथ जुड़ गयी है

मंगल ग्रह पर पानी को खोजा जा रहा है
कृत्रिम बादलो से बरसात की जा रही है
समुद्र से तेल निकाला जा रहा है

द्रुतगामी वायुयान बन गए है
जिससे कम समय में एक देश से दुसरे देश
द्रुतगति से आना जाना संभव हो गया है

लेकिन इन सबसे जुम्मन की स्त्री को क्या लेना-देना
उसे तो रोज सड़क के किनारे बैठ कर
भरी दुपहरी में पत्थर ही तोड़ना है

और ठेकेदार की बुरी नजरों से बचते हुए
अपने बच्चे को दूध पिलाने के बहाने
किसी पेड़ की छांव में सुख ढुंढना है।














































            

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