बुधवार, 16 अप्रैल 2014

प्रेम-पत्र

आओ एक बार
फिर से ताजा करे पुरानी यादों को
और लिखे प्रेम-पत्र एक दूजे को

खुशबू से भरे
प्रेम-पत्र में फिर से लिखे
प्यार की बाते एक दूजे को

फिर से झूमें
तन-मन और खिल जाए
कली -कली पढ़ कर प्रेम-पत्र को

आँखों में चंचलता
होठों पर मुस्कान फिर से
लौट आये पढ़ कर प्रेम-पत्र को

बंद लिफाफा में
भेजे प्रेम-पत्र गुलाब के
फूलों के साथ पहले की तरह

करेंगे इन्तजार
डाकिये का गली के मोड़ पर
पहले की तरह

आओ फिर से
लिखे प्रेम-पत्र
एक दूजे के नाम

ताजा करे
पुरानी यादें
छोड़े दूजे काम।































देश का महानगर


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