बुधवार, 16 अप्रैल 2014

कृष्णा और बरसात








मैंने कृष्णा को
भीगा हुवा देख कर पूछा -
बरसात में छत पर
क्यों गए थे ?

कृष्णा बाल शुलभ
नज़ाकत से बोला -
दादाजी परोपकार का
काम करने गया था

मैंने आस्चर्य से पूछा -
भला बरसात में छत पर
तुम कौन सा परोपकार का काम
करने गए थे ?

जब बरसात में कोई भी
नहीं भीगता तो स्वयं बरसात को
भीगना पड़ता है यही तो कल आपने
कहानी में बताया था

कृष्णा आँखे मटकाकर बोला-
अगर मैं छत पर जा कर
नहीं भीगता तो स्वयं बरसात
को भीगना पड़ता


इसलिए  मैं छत पर चला गया
अब काम से काम बरसात को
भीगना तो नहीं पडेगा
दादाजी।


















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