प्रभु अगर ऐसा हो जाता
मै छोटा पक्षी बन जाता
आसमान में ऊँचे उड़ कर
कलाबाजियाँ मै भी खाता
पेड़ो पर मीठे फल खाता
झरनों का मै पानी पीता
स्कूल से हो जाती छुट्टी
होमवर्क नहीं करना पड़ता
खेतो-खलिहानों में जाता
नदी-नालों के ऊपर उड़ता
उड़ कर देश-प्रदेश देखता
नानी के घर भी उड़ जाता
उड़ने पर कोई रोक न होती
आसमान मेरा घर होता
जब तक मर्जी उड़ता रहता
साँझ ढले घर पर आ जाता
मीठी वाणी बोल-बोल कर
सबके मन को मै मोह लेता
बच्चों को मै दोस्त बना कर
रोज उन्हें मीठे फल देता।
मै छोटा पक्षी बन जाता
आसमान में ऊँचे उड़ कर
कलाबाजियाँ मै भी खाता
पेड़ो पर मीठे फल खाता
झरनों का मै पानी पीता
स्कूल से हो जाती छुट्टी
होमवर्क नहीं करना पड़ता
खेतो-खलिहानों में जाता
नदी-नालों के ऊपर उड़ता
उड़ कर देश-प्रदेश देखता
नानी के घर भी उड़ जाता
उड़ने पर कोई रोक न होती
आसमान मेरा घर होता
जब तक मर्जी उड़ता रहता
साँझ ढले घर पर आ जाता
मीठी वाणी बोल-बोल कर
सबके मन को मै मोह लेता
बच्चों को मै दोस्त बना कर
रोज उन्हें मीठे फल देता।
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