बुधवार, 16 अप्रैल 2014

सबको अच्छा लगता चाँद

बच्चों का यह चन्दा मामा
नील  गगन से निचे आता
लोरी गाकर  उन्हें सुलाता
तारों  को संग लाता  चाँद
 सबको अच्छा लगता चाँद

अमीर-गरीब  का भेद नहीं
छुआ- छुत  की  बात नहीं
एकनजर और एकभाव से
   सब  के घर  में आता चाँद
सबको अच्छा लगता चाँद

रोज चांदनी के संग आता
अंधियारे में  राह दिखाता
  लेकर  बारात सितारों की  
   पूनम को बनठन आता चाँद     
 सबको अच्छा लगता चाँद

ईद मनाओ या करवा चौथ
करे  चाँद  का  दर्शन लोग
गीता-कुरान  का भेद नहीं
सब के मन को भाता चाँद
  सब को अच्छा लगता चाँद।

















































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