जका को कदैइ
कीं नी देखोड़ो हुवै
और जे थोड़ो-घणो
बापर ज्यावै
बो खुद ने
फैर अणुतो ही
हुंस्यार समझण
लाग ज्यावै
जै कदास कोई बात
पूछ बैठे जणासं सोचै
म्हारे में काइंठा
कतीक ऊरमा है
आनी सोचै
गरज पड्यां लोग
गधा ने भी
बाप बणाव है
सागळा
आप-आपरे
मतलब सूं
साँणा हुवै है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें