नावं सुण्या सुख उपजै
मीसरी मघरा बैर
हिवड़े हरख अपार
इस्यै मरुधर देश में
घणी करे मनवार
मरुधर सावण सोंवणो
बरस मुसलधार
मरवण ऊबी खेत में
गावै राग मल्हार
सोनल वरणा धोरिया
बाजरी की सौरभ गमकै
ले-ले मरुधर ल्हैर
पल में निकळै तावड़ो
पल में ठंडी छांह
इस्या मरुधर देश में
खेजड़ल्यां री छांह
मरुधर साँझ सुहावणी
बाजै झीणी बाळ
बाळक घेरै बाछड़ा
गायां लार गुंवाल
रिमझिम बरसै भादवो
छतरी ताणै मौर
मरुधर म्हारो सोवणों
सगला रो सिरमौर
छैला झुमै फाग में
गूंजे राग धमाल
घूमर घालै गोरड्या
उड़े रंग गुलाल।
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