बुधवार, 16 अप्रैल 2014

विरासत

क्या हमने कभी
सोचा है कि है कि हम
किधर जा रहे है?

एक पेड़ लगाने की
नहीं सोचते और जंगलो
को काटते जा रहे हैं

वायु मंडल में बारूद
और जहरीली गैसे छोड़ कर
वायु को प्रदुषित कर रहे है

नदियों में गंदा पानी
और फक्ट्रियों के केमिकल
बहा कर नदियों को गंदा कर रहे है

वाहनों के आत्मघाती
धुंए से ओजोन की परत में
छेद करते जा रहे है

समुद्रो में उठता जलजला
दरकते पहाड़ और फटती जमीन
हमें चेतावनी दे रहे हैं

बादलों का फटना
ग्लोबल वार्मिंग,भूकम्प हमें
सावधान कर रहे हैं

फिर क्यों नहीं हम
अपनी प्यारी धरती को बचाने
की सोच रहे हैं ?

क्या हम अपनी आने वाली
पीढ़ी को यही सब विरासत में
देने जा रहे हैं ?


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