बुधवार, 16 अप्रैल 2014

नीम का पेड़

नीम के पेड़ की
शीतल बयार
शुद्ध हवा

पंछियों का बसेरा
गिलहरियों का फुदकना
चिड़ियों का चहचहाना

लल्लन का पालना
छुटकी का झुला
कोयल का घोंसला

सब मेरे देखते-देखते
अतित बन गया और एक
पेड़ धराशाही हो गया

कुल्हाड़ी के लगते ही
पेड़ कांप उठा
पत्ती-पत्ती सिहर उठी

आरे के चलते ही पेड़ मे
दर्द का दरिया फुनगी से
जड़ो तक बह गया

और मेरे देखते-देखते
एक हरे-भरे पेड़ का
अंत हो गया।






































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