बुधवार, 16 अप्रैल 2014

फागण आयो


फागण आयोरे साथीड़ा थारी
याद सतावै  रे
फागण आयो रे

गळी -गळी  में फाग टोलियां
हिलमिल होळी गावै  रे
अवधपुरी में दशरथ नंदन
रंग बरसावै  रे
फागण आयो रे

हो हो फागण आयो रे साथीड़ा
थारी याद सतावै  रे
फागण आयो रे

गळीया मांय गुलाल उड़त है
सज गयी मथुरा नगरी रे
काना के  संग फाग खेलबा
राधा आई रे
फागण आयो रे

हो हो फागण आयोरे साथीड़ा
थारी याद सतावै  रे
फागण आयो रे

झर-झर बरसे रंग केसरी
बरसाणे-नंदगांव रे
छप्पन भोग छके मनमोहन
खूब लूंटावै  रे
फागण आयो रे

हो हो फागण आयोरे साथीड़ा
थारी याद सतावै  रे
फागण आयो रे

बरसाणै  की गुजरयााँ  ओ
नंदगांव रा ग्वाल रे
नाचै गावै झूमै सारा
रंग बरसावै रे
फागण आयो रे

हो हो फागण आ,योरे साथीड़ा
थारी याद सतावै  रे
फागण आयो रे

ग्वाल-बाल संग कृष्ण कन्हैया
मिल कर रास रचावै  रे
ढोल-मृदंग मजीरा बाजै
करै ठिठोली रे
फागण आयो रे

हो हो फागण आयोरे साथीड़ा
थारी याद सतावै रे
फागण आयो रे।




























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