दुनिया की दादागिरी
को ठेको ले राख्यो है
अमेरीका
शांती'र नाम दुनिया में
करे जुद्ध,लड़ावै देश के लोगा ने
एक दूजा स्यूं अमेरिका
भेजे आपरी फौजां
देवै नुवां-नुवां हथियार
शुरू करे अंतहीन जुद्ध अमेरिका
आभै में कांवळा दाईं
उडावै हवाई जहाज
ठोड-ठोड फैंक ब़म अमेरिका
बिना मिनखा
चाळबा' ळा हवाई जहाज
डरोण बरपाव कहर
आग की च्यांरा कानी उठे
लपटा, धुंवारा उठै गुब्बार
मिट ज्यावै गांव''र शहर
चिखां अर चितकारां सुणीजे चौफेर
दिखै छत-बिछत हुयोड़ी ळाशां
दिन रात हुवै धमाका
चिरळी मारै घरां में
सुत्योड़ा टाबरिया
सुण'र बमा रा धमाका
बरसा न बरस चाळै
शांती'र नावं पर
अशांती रो जुद्ध
मन में बैठ्या दरिंदै ने तो
कोई न कोई औळाव चाईजै
करनै दुनिया में जुद्ध।
बालपने मुख माटी खाई
मुख में तीनो लोक दिखाया
सूखे तंदुल चाव से खाकर
बाल सखा का मान बढ़ाया
मीरा का विष अमृत कीनो
द्रोपद सूत को चिर बढायो
ग्वाल-बल संग धेनु चराई
गोपियन के संग रास रचायो
इंद्र कोप करयो ब्रज ऊपर
अँगुली पर गोवर्धन धारयो
पापी कंस को मार गिरायो
कपटी कौरव वंस मिटायो
गीता ज्ञान दियो अर्जुन को
समर भूमि में बने खेवैया
कुँज गली में माखन खायो
कालिदेह के नाग नथैया
नाना रूप धरे प्रभु जग में
धरुँ ध्यान इस सूरत से
इतनो सुन्दर रूप तिहारो
अंखियां हटे नहीं मूरत से।
को ठेको ले राख्यो है
अमेरीका
शांती'र नाम दुनिया में
करे जुद्ध,लड़ावै देश के लोगा ने
एक दूजा स्यूं अमेरिका
भेजे आपरी फौजां
देवै नुवां-नुवां हथियार
शुरू करे अंतहीन जुद्ध अमेरिका
आभै में कांवळा दाईं
उडावै हवाई जहाज
ठोड-ठोड फैंक ब़म अमेरिका
बिना मिनखा
चाळबा' ळा हवाई जहाज
डरोण बरपाव कहर
आग की च्यांरा कानी उठे
लपटा, धुंवारा उठै गुब्बार
मिट ज्यावै गांव''र शहर
चिखां अर चितकारां सुणीजे चौफेर
दिखै छत-बिछत हुयोड़ी ळाशां
दिन रात हुवै धमाका
चिरळी मारै घरां में
सुत्योड़ा टाबरिया
सुण'र बमा रा धमाका
बरसा न बरस चाळै
शांती'र नावं पर
अशांती रो जुद्ध
मन में बैठ्या दरिंदै ने तो
कोई न कोई औळाव चाईजै
करनै दुनिया में जुद्ध।
बालपने मुख माटी खाई
मुख में तीनो लोक दिखाया
सूखे तंदुल चाव से खाकर
बाल सखा का मान बढ़ाया
मीरा का विष अमृत कीनो
द्रोपद सूत को चिर बढायो
ग्वाल-बल संग धेनु चराई
गोपियन के संग रास रचायो
इंद्र कोप करयो ब्रज ऊपर
अँगुली पर गोवर्धन धारयो
पापी कंस को मार गिरायो
कपटी कौरव वंस मिटायो
गीता ज्ञान दियो अर्जुन को
समर भूमि में बने खेवैया
कुँज गली में माखन खायो
कालिदेह के नाग नथैया
नाना रूप धरे प्रभु जग में
धरुँ ध्यान इस सूरत से
इतनो सुन्दर रूप तिहारो
अंखियां हटे नहीं मूरत से।
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